लोग कहते हैं कहते ही रहते हैं - 'तुम बहुत अच्छे हो गंभीर हो, सरल हो सीधा हो, साधा हो। दर असल होता क्या है? यह अच्छा, गंभीर, सरल सीधा और सरल होने का मापदंड?
हिंदी समय में सुमित पी.वी. की रचनाएँ
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